नई दिल्ली| पकिस्तान के एक मस्जिद में नल से पीने का पानी लेने पर एक हिंदू परिवार को बंधक बनाकर प्रताड़ित किए जाने का मामला सामने आया है। पूरी घटना पंजाब प्रांत के रहीम यार खान की है। मस्जिद को नापाक करने का आरोप लगाकर हिंदू परिवार के साथ इस घटना को अंजाम दिया गया। आरोपित पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी से ताल्लुक रखते हैं। घटना के बाद प्रताड़ित परिवार पुलिस स्टेशन के बाहर धरने पर बैठ गया। इसके बाद जिला शांति समिति के सदस्य पीटर जॉन भील की मदद से उनकी शिकायत दर्ज की गई। पुलिस अधिकारी असद सरफराज का कहना है कि मामले की जाँच की जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार पीटर ने जिला शांति समिति के अन्य सदस्यों से इस मुद्दे पर एक आपात बैठक बुलाने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने मामले को गंभीरता से नहीं लिया।
मिडिया रिपोर्टों के अनुसार रहीम यार खान के बस्ती कहूर खान इलाके के कुछ स्थानीय लोगों ने मस्जिद को नापाक करने का आरोप लगा हिन्दू परिवार को बंधक बना लिया। पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक कुछ दिन पहले आलम राम भील परिवार के अन्य सदस्यों के साथ एक खेत में कच्चा कपास चुन रहा था। उसने बताया कि जब परिवार नल से पीने का पानी लेने के लिए पास की एक मस्जिद में गया तो कुछ स्थानीय लोगों ने उनकी पिटाई कर दी। इसके बाद परिवार जब वापस घर लौट रहा था, तो ग्रामीणों ने उन्हें आउटहाउस में बंधक बना फिर से प्रताड़ित किया।
शुरुआत में पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया क्योंकि हमलावर स्थानीय पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सांसद से जुड़े हुए थे। वहीं पीटीआई के दक्षिण पंजाब अल्पसंख्यक विंग के महासचिव योधिस्टर चौहान का कहना है कि घटना के बारे में उन्हें जानकारी थी, लेकिन सत्ताधारी पार्टी के सांसद के प्रभाव के कारण उन्होंने मामले में दूर रहना ही बेहतर समझा। जिला पुलिस अधिकारी असद सरफराज ने कहा कि वह मामले की जाँच-पड़ताल कर रहे हैं। डिप्टी कमिश्नर डॉ. खुरम शहजाद ने कहा कि वह कोई भी कार्रवाई करने से पहले हिंदू अल्पसंख्यक बुजुर्गों से मिलेंगे। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों खासकर हिंदुओं को प्रताड़ित करने की खबरें अक्सर आती रहती हैं। हिंदुओं की संपत्तियों पर कब्जा करना, हिंदू लड़कियों को अगवा कर उनसे जबरन निकाह करने की घटना आम है।
बता दें कि विजय ने कुछ दिनों पहले ही अपने बयान में साफ कर दिया था कि उनका इस चुनावी पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। विजय ने अपने फैंस से अपील की थी, “इस ‘ऑल इंडिया थलापति विजय मक्कल इयक्कम’ पार्टी से मेरा कोई कनेक्शन नहीं है, इसलिए मेरा नाम इस चुनावी पार्टी के साथ ना जुड़े। अगर कोई भी मेरे नाम, तस्वीर या फैन क्लब का इस्तेमाल करेगा तो मैं उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूँगा।”