साल 2008 का वह 26 नवंबर का दिन भारतीय लोगों के जहन से आज तक नहीं निकला है| इस दिन पाकिस्तान के कायर आतंकवादियों के समूह ने अर्थव्यवस्था शहर मुंबई के कई अलग अलग हिस्सों में हमले किए| जब पाकिस्तान में स्थित एक इस्लामी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मुंबई में 10 सदस्यों ने मुंबई में चार दिन तक चलने वाली 12 समन्वय शूटिंग और बम विस्फोट की एक श्रृंखला को अंजाम दिया। हमले जिनकी व्यापक रूप से वैश्विक निंदा की गई बुधवार, 26 नवंबर को शुरू हुए और शनिवार, 29 नवंबर 2008, तक चले, 166 मासूम लोगों की मौत हो गई और कम से कम 300 मासूम घायल हो गए।
बॉलीवुड में फिल्मों के माध्यम से हर पीढ़ी को इस काले दिन को पाकिस्तानी आतंकवादियों की इस कार्यतापूर्वक हमले की सच्चाई दिखने फिल्में बनते रहती हैं| इसको लेकर कई सारे फिल्में हमारे सामने हैं| यूं तो बॉलीवुड में ट्रैंड ही फिल्में को बनाने के लिए प्रेरित करती हैं| लेकिन इस खतरनाक और डर, सेहेमा देने वाले हमले को लेकर यह कुछ फिल्में है| जिन्हे आप अपने पुरे परिवार के साथ देख सकते हैं, जो आजकल के बॉलीवुड फिल्मों के साथ काम ही होता है|
1.) होटेल मुंबई
Hotel Mumbai (2018)
2.) शाहिद
Shahid (2012)
3.) फैंटम
Phantom (2015)
4.) द अटैक ऑफ 26/11
The Attacks of 26/11 (2013)
5.) वन लैस गॉड
One Less God (2017)
6.) मुंबई मेस्केर
Mumbai Massacre (2009)
7.) सुरवाइविंग मुंबई : द अटैक
Surviving Mumbai: The Attack (2009)
9.) एम्ब्रेस
Embrace (2012)
10.) मुंबई टेरर अटैक
Mumbai Terror Attacks (2010)
11.) हॉटल मुंबई : प्रेस कॉन्फ्रेंस
Hotel Mumbai: Press Conference (2018)
12.) सरवाइविंग मुंबई : द आफ्टरमेथ
Surviving Mumbai: The Aftermath
13.) अजमल कसाब कंफेशन
Ajmal Kasab’s Confession (2012)
14.) सरवाइविंग मुंबई : लिओपोल्ड कैफे: सरवाइवर इंटरव्यूज
Surviving Mumbai: Leopold Cafe – Survivor Interviews (2009)
15.) सीक्रेट ऑफ द डेड : मुंबई मिस्केयर – डिस्कशन पैनल ऑन द मेकिंग ऑफ द मेकिंग ऑफ द फिल्म एंड टेरररिज़म
Secrets of the Dead: Mumbai Massacre – Discussion Panel on the Making of the Film and Terrorism‘
16.) ब्लैक ऑप्स – सिटी अंडर सेज
Black Ops (2012) – Episode: City Under Siege
इन फिल्मों को देखने के बाद आप घटना से रूबरू और बेहतर तरीके से समझ जाएंगे| वैसे 26/11 हमले पर यह फिल्में अब तक बन चुकी है लेकिन आने वाले समय में इसको लेकर और भी फिल्में बनेगी और बननी भी चाहिए| ताकि हर आने वाली पीढ़ी यह जाने की वह आतंकी हमला कितना गहरा असर रहा|